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Heron Bird _ बगुला पक्षी

Heron Bird _ बगुला पक्षी


1) बगुला (अंग्रेज़ी: Herons) पक्षियों की एक प्रजाति है।
2) इस परिवार में में 64 प्रजातियां हैं।
3) यह काफी चालाकी से काम लेकर अपना शिकार ढूंढता है |
4) यह पतली - लम्बी टाँगों और लम्बी चोंच वाला पक्षी है |
5) यह अधिकांश समय तालाब, पानी भरे खेतों, दलदल तथा कीचड़ मई स्तानों में बिताता है |
6) इसकी पीठ का रंग भूरा व हरा मिला हुआ रहता है |
7) इसके पैरों व डैनों का रंग उजला-सफ़ेद होता है |
8) इसकी गर्दन लम्बी होती है |
9) इसकी चोंच तेज-तर्राट और कंटीली होती है |
10)इनके घोंसले बड़े - बड़े तिनकों से बने होते हैँ |
11)मादा बगुला एक बार में चार-पाँच अंडे देती  है |

Cuckoo Bird _ चातक पक्षी

Cuckoo Bird _ चातक पक्षी



1) चातक (अंग्रेजी: Jacobin Cuckoo) कुक्कू कुल का प्रसिद्ध पक्षी है
2) इसके सिर पर चोटीनुमा रचना होती है।
3) चातक लगभग 15 इंच लंबा काले रंग का पक्षी है, जिसका निचला भाग श्वेत रहता है।
4) यह पक्षी मुख्यतः एशिया और अफ्रीका महाद्वीप पर पाया जाता है।
5) यह स्वाति नक्षत्र में होने वाली वर्षा की सिर्फ पहली बूंदों को ही पीता है।
6) इसकी मादा भी दूसरी चिड़ियों के घोसलों में अपना एक-एक अंडा रख आती है।
7) इस कुल के पक्षी संसार के प्राय: सभी गरम देशों में पाए जाते हैं।
8) इन पक्षियों की पहली और चौथी उँगलियाँ पीछे की ओर मुड़ी रहती हैं।
9) चातक का मुख्य भोजन कीड़े मकोड़े और इल्लियाँ हैं।
10)इसे मारवाडी भाषा मेँ 'मेकेवा' कहा जाता हैँ|

Swan Bird _ हंस पक्षी

Swan Bird _ हंस पक्षी


1) हंस (अंग्रेज़ी:Swan) एक पक्षी है।
2) हंस पक्षी प्यार और पवित्रता का प्रतीक है।
3) भारतीय साहित्य में इसे बहुत विवेकी पक्षी माना जाता है।
4) ऐसा विश्वास है कि यह नीर-क्षीर विवेक (जल और दूध को अलग करने वाला विवेक) से युक्त है।
5) यह 'ज्ञान' विवेक, कला की देवी सरस्वती का वाहन है।
6) यह पक्षी दांप‍त्य जीवन के लिए आदर्श है।
7) यह जीवन भर एक ही जीवनसाथी के साथ रहते हैं।
8) जब कोई व्यक्ति सिद्ध हो जाता है तो उसे कहते हैं कि इसने हंस पद प्राप्त कर लिया|
9) जब कोई समाधिस्थ हो जाता है, तो कहते हैं कि वह परमहंस हो गया।
10) यह पक्षी अपना ज्यादातर समय मानसरोवर में रहकर ही बिताते हैं या
फिर किसी एकांत झील और समुद्र के किनारे।
11)हिंदू धर्म में हंस को मारना अर्थात पिता, देवता और गुरु को मारने के समान है।
12)आध्यात्मिक दृष्टि मनुष्य के नि:श्वास में 'हं' और श्वास में 'स' ध्वनि सुनाई पड़ती है।

Parrot Bird _ तोता पक्षी

Parrot Bird _ तोता पक्षी

1) तोता (अंग्रेज़ी:Parrot) एक घरेलू पक्षी है।
2) तोते का वैज्ञानिक नाम सिटाक्यूला क्रेमरी है।
3) यह छोटे आकार का छरहरा और लंबी व पतली पूँछ वाला बीजभक्षी है।
4) तोता गरम देशों का निवासी है।
5) यह बहुत सुंदर पक्षी है।
6) यह हरे रंग का 10-12 इंच लंबा पक्षी है |
7) इसके गले पर लाल कंठ होता है।
8) तोता बहुत प्रिय व सुंदर पक्षी है।
9) यह सबका मनोरंजन करता है। तोता एक लोकप्रिय पक्षी हैं।
10)इसकी आवाज़ छोटे बच्चे भी पहचानते हैं।
11)यह मनुष्यों की बोली की नक़ल बखूबी कर लेता है।
12)इसके लिये अफ्रीका का स्लेटी तोता (Psittorcu erithacus) सबसे प्रसिद्ध है।
13)तोते के मुख्य निवास स्थान आस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड हैं|

Pigeon Bird _ कबूतर पक्षी

Pigeon Bird _ कबूतर पक्षी

 


1) कबूतर पूरे विश्व में पाये जाने वाला पक्षी है।
2) कबूतर एक शांत स्वभाव वाला पक्षी है।
3) यह एक नियततापी, उड़ने वाला पक्षी है
4) इसका शरीर परों से ढँका रहता है।
5) मुँह के स्थान पर इसकी छोटी नुकीली चोंच होती है।
6) मुख दो चंचुओं से घिरा एवं जबड़ा दंतहीन होता है।
7) अगले पैर डैनों में परिवर्तित हो गए हैं।
8) पिछले पैर शल्कों से ढँके एवं उँगलियाँ नखरयुक्त होती हैं।
9) इसमें तीन उँगलियाँ सामने की ओर तथा चौथी उँगली पीछे की ओर रहती है।
10)यह जन्तु मनुष्य के सम्पर्क में रहना अधिक पसन्द करता है।
11)अनाज, मेवे और दालें इसका मुख्य भोजन हैं।
12)भारत में यह सफेद और सलेटी रंग के होते हैं |
13)कबूतर की आवाज़ गुटर गूं, गुर्राहट सिसकारी और सीटी की ध्वनि जैसी होती है।
14)कबूतरों को पालतू बनाए जाने का सबसे पुराना उल्लेख मिस्र के पांचवे राजवंश
(लगभग 300 ई.पू) से मिलता है।
15)1150 ई. में बग़दाद के सुल्तान ने कबूतरों की डाक व्यवस्था शुरू की थी |

kOyal Bird _ कोयल पक्षी

kOyal Bird _ कोयल पक्षी


1) कोयल या कोकिल 'कुक्कू कुल' का पक्षी है |
2) इसका वैज्ञानिक नाम 'यूडाइनेमिस स्कोलोपेकस स्कोलोपेकस' है।
3) नर कोयल नीलापन लिए काला होता है |
4) मादा तीतर की तरह धब्बेदार चितकबरी होती है।
5) नर कोयल ही गाता है।
6) उसकी आंखें लाल व पंख पीछे की ओर लंबे होते हैं।
7) नीड़ परजीविता इस कुल के पक्षियों की विशेष नेमत है यानि ये अपना घोसला नहीं बनाती।
8) ये दूसरे पक्षियों विशेषकर कौओं के घोंसले के अंडों को गिरा कर अपना अंडा उसमें रख देती है।
कोयल स्वभाव से संकोची होती हैं।
9) इस वजह से इनका प्रिय आवास या तो आम के पेड़ हैं या फिर मौलश्री के पेड़
अथवा कुछ इसी तरह के सदाबहार घने वृक्ष, जिसमें ये अपने आपको छिपाए हुए तान छेड़ता है।

rAshtrIya pakshI mOr _ राष्‍ट्रीय पक्षी मोर

rAshtrIya pakshI mOr _ राष्‍ट्रीय पक्षी मोर

National Symbols of India :: भारत के राष्ट्रीय चिन्ह









1) मोर एक बहुत ही सुन्दर, आकर्षक तथा शान वाला पक्षी है।
2) भारत सरकार ने 26 जनवरी, 1963 को इसे राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया।
3) कवि कालिदास ने भी (छठी शताब्दी) इसे उस जमाने में राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा दिया था।
4) देवी-देवताओं से सम्बन्ध होने के कारण हिन्दू समाज इसे दिव्य पक्षी मानता है ।
5) मोर देवताओं के सेनापति और शिव के पुत्र कार्तिकेय का वाहन है ।
6) मोर के सौन्दर्य से प्रभावित होकर शाहजहां ने एक मयूरासन बनवाया ।
7) इसकी दो प्रजातियां हैं-
नीला या भारतीय मोर (पैवो क्रिस्टेटस), जो भारत और श्रीलंका (भूतपूर्व सीलोन) में पाया जाता है।
हरा या जावा का मोर (पि. म्यूटिकस), जो म्यांमार (भूतपूर्व बर्मा) से जावा तक पाया जाता है।

van mE Ek jharnA bahatA hai_वन में एक झरना बहता है

van mE Ek jharnA bahatA hai_वन में एक झरना बहता है

Poetry on Waterfall(JharnA)::झरना पर कविता


वन में एक झरना बहता है
एक नर कोकिल गाता है
वृक्षों में एक मर्मर
कोंपलों को सिहराता है,
एक अदृश्य क्रम नीचे ही नीचे
झरे पत्तों को पचाता है
अंकुर उगाता है ।

मैं सोते के साथ बहता हूँ,
पक्षी के साथ गाता हूँ,
वृक्षों के, कोंपलों के साथ थरथराता हूँ,
और उसी अदृश्य क्रम में, भीतर ही भीतर
झरे पत्तों के साथ गलता और जीर्ण होता रहता हूँ
नए प्राण पाता हूँ ।

पर सबसे अधिक मैं
वन के सन्नाटे के साथ मौन हूँ, मौन हूँ-
क्योंकि वही मुझे बतलाता है कि मैं कौन हूँ,
जोड़ता है मुझ को विराट‍ से
जो मौन, अपरिवर्त है, अपौरुषेय है
जो सब को समोता है ।

मौन का ही सूत्र
किसी अर्थ को मिटाए बिना
सारे शब्द क्रमागत
सुमिरनी में पिरोता है ।

-संग्रह: आँगन के पार द्वार / अज्ञेय