सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005
संगठन, कामकाज व कार्यों का विवरण
बैंक के बारे में संक्षिप्त आलेख / बैंक का इतिहास जिसमें प्रारंभ से लेकर अब तक के परिवर्तन शामिल हैं जैसे भारतीय औद्योगिक विकास अधिनियम का रिपील एक्ट, आईडीबीआई बैंक और यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक का समामेलन, आईडीबीआई होमफ़ाइनेंस लि. एवं आईडीबीआई गिल्ट्स लि. का समामेलन और बैंक के नाम को बदलने संबंधी जानकारी को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.
इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड ने कंपनी रजिस्ट्रार, महाराष्ट्र, मुंबई से दिनांक 28 सितंबर 2004 को कारोबार प्रारंभ करने के लिए प्रमाणपत्र प्राप्त किया था. भारत सरकार, वित्त मंत्रालय (आर्थिक कार्य विभाग, बैंकिंग प्रभाग) ने दिनांक 29 सितंबर 2004 को अधिसूचना जारी की. भारतीय रिज़र्व बैंक ने 30 सितंबर 2004 को इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड को एक अनुसूचित बैंक के रूप में अधिसूचित किया तथा 1 अक्तूबर 2004 से बैंकिंग कारोबार आरंभ किया गया.
भारतीय रिज़र्व बैंक ने दिनांक 15 अप्रैल 2005 की अधिसूचना सं. डीबीओडी.बीपी.1630/21.04.152/2004-05 द्वारा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड को "सार्वजनिक क्षेत्र का अन्य बैंक" के रूप में वर्गीकृत किया है. वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवाएं विभाग, भारत सरकार ने भी 31 दिसंबर 2007 को इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड को "सार्वजनिक क्षेत्र का अन्य बैंक" नामक नए उप-समूह के अंतर्गत वर्गीकृत किया है. भारत सरकार ने दिनांक 31 दिसंबर 2007 के पत्र सं. 7/95/2005-बीओए द्वारा यह निर्णय किया है कि इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड को सरकारी विभागों / सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों / अन्य संस्थाओं द्वारा जमा/ बांड / निवेश / गारंटी आदि सहित सभी प्रयोजनों व सरकारी कारोबार की दृष्टि से राष्ट्रीयकृत बैंकों / भारतीय स्टेट बैंक के समतुल्य समझा जाए. महाराष्ट्र, मुंबई के कंपनी रजिस्ट्रार द्वारा कंपनी अधिनियम, 1956 की धारा 21 के अंतर्गत नया निगमन-प्रमाणपत्र जारी करते हुए 7 मई 2008 को इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड का नाम बदलकर "आईडीबीआई बैंक लिमिटेड" कर दिया गया. भारतीय रिज़र्व बैंक ने 16 मई 2008 की अपनी अधिसूचना सं. डीबीओडी.बीपी.बीसी.सं.2101002/2007-08 (जो 14 जून 2008 को भारत के राजपत्र (भाग-III-खंड 4) में प्रकाशित हुई) द्वारा यह उल्लिखित किया है कि 7 मई 2008 से भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 (1934 का 2) की दूसरी अनुसूची में "इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड" के स्थान पर "आईडीबीआई बैंक लिमिटेड" कर दिया जाए.
मुख्य उद्देश्य
आईडीबीआई बैंक लिमिटेड के मुख्य उद्देश्य, अन्य बातों के साथ-साथ निम्नानुसार हैं:
- भारत और भारत के बाहर सभी प्रकार के बैंकिंग कारोबार स्थापित करना और चलाना,
- उद्योगों के विकास हेतु उद्योग का वित्तपोषण, प्रवर्तन या विकास करना.
(आईडीबीआई बैंक लि. के मुख्य उद्देश्यों के बारे में अतिरिक्त जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें).
संस्था के बहिर्नियम, संस्था के अंतर्नियम, निगमन प्रमाणपत्र, कारोबार आरंभ करने का प्रमाणपत्र तथा निगमन के नवीन प्रमाणपत्र को देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.
- संस्था के बहिर्नियम
- संस्था के अंतर्नियम
- निगमन प्रमाणपत्र
- कारोबार आरंभ करने का प्रमाणपत्र
- बैंक के नाम परिवर्तन के बाद निगमन का नवीन प्रमाणपत्र
संगठनात्मक ढांचा:
आईडीबीआई बैंक लिमिटेड के संगठनात्मक ढांचे में कई कारोबारी वर्टिकल समाहित हैं, जैसे - इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेट समूह (आईसीजी), सोर्सिंग, समूहन व सलाह विभाग (एसएसएडी), कारपोरेट बैंकिंग समूह (सीबीजी), वैयक्तिक बैंकिंग समूह (पीबीजी), लघु व मध्यम उद्यम समूह (एसएमई), कृषि-कारोबार समूह (एबीजी), अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग समूह (आईबीजी), ट्रांज़ेक्शन बैंकिंग समूह (टीबीजी) और ट्रेज़री. बैंक की शाखाओं के केंद्र तथा वरिष्ठ अधिकारियों का संगठनात्मक चार्ट निम्नलिखित लिंकों में देखा जा सकता है :
(संगठनात्मक ढांचे को देखने के लिए, यहाँ क्लिक करें)
[बैंक की विभिन्न शाखाएं / कार्यालय देखने के लिए यहाँ क्लिक करें]